“मन की बात” के 112वें एपिसोड में पीएम मोदी बोले- चराईदेव मैदाम एक बार जरूर जाएं, लोकल उत्पादों को दें बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ल बहुचर्चित कार्यक्रम मन की बात आज की, प्रधानमंत्री 112वीं बार मन की बात कार्यक्रम के जरिये देशवासियों को संबोधित किया साथ ही यह तीसरे कार्यकाल में वह दूसरी बार इस कार्यक्रम में भाग लिया…
नईदिल्ली (ए)। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने देशवासियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस समय पूरी दुनिया में पेरिस ओलंपिक छाया है। ओलंपिक हमारे खिलाड़ियों को विश्व पटल पर तिरंगा लहराने का मौका देता है। ओलंपिक देश के लिए कुछ करने का मौका देता है। आप भी अपने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाइये। चीयर फॉर भारत।
ओलिपंक की दुनिया से अलग मैथ की दुनिया में ओलंपिक हुआ। इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड भारत के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत ने चार स्वर्ण और एक सिल्वर मेडल जीता है। इसमें 100 से ज्यादा देशों के विद्यार्थी थे। हमारी टीम टाॅप फाइव में आई। देश का नाम रोशन करने वाले छात्र पुणे के आदित्य वेंकट गणेश, सिद्धार्थ चाेपड़ा, दिल्ली के अर्जुन गुप्ता, ग्रेटर नाेएडा के कनव तलवार, मुंबई के रुसिल माथुर, गुवाहाटी के आनंदो भादुरी शामिल हैं। मन की बात में इनसे बात करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से कहा कि देशवासी आपके अनुभव जानने को बेस्रब हैं। आदित्य से कहा कि अनुभव शेयर करें। आदित्य ने कहा कि मुझे मैथ में छोटे से इंटरेस्ट था। परिवार और टीचरों ने हौसला बढ़ाया। सिद्धार्थ ने कहा कि मुझे गणित अच्छा लगता है। प्रधानमंत्री ने अर्जुन और कनव से कहा कि तैयारी से जुड़ा अनुभव बताएं। अर्जुन ने कहा कि मैं सफलता का श्रेय माता-पिता को देता हूं। प्राब्लम सॉल्व करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। मैथ ओलंपियाड के जरिये जीवन की प्रॉब्लम सुलझाने का अनुभव मिला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चराइदेव मैदाम को यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया जा रहा है। सूची में यह भारत की 43वीं और पूर्वोत्तर की पहली साइट है। चराई देव मैदाम शाइिनंग सिटी ऑफ द हिल्स यानि पहाड़ी पर चमकता शहर। यह अहोम राजवंश की राजधानी थी। राजवंश के लोग अपने पूर्वजों के शव और कीमती चीजों को मैदाम में रखते थे। मैदाम टीलेनुमा ढांचा होता है और मिट्टी से ढका होता है। इसके नीचे कई कमरे होते हैं। मैदान अहोम के दिवंगत राजाओं के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। इस जगह सामुदायिक पूजा होती थी। अहोम साम्राज्य 13 वीं शताब्दी से 19वीं शताब्दी तक चला। अहोम साम्राज्य के सिद्धांत इतने मजबूत थे कि उनसे साम्राज्य को लंबे समय तक कायम रखा। नौ मार्च को मैनें महान योद्धा लसित की प्रतिमा का अनावरण किया। कार्यक्रम में अहाेम समुदाय की परंपरा का पालन करते हुए गर्व महसूस हुआ। अब चराइ देव मैदाम में अधिक पर्यटक आएंगे। आप भी अपने ट्रैवल प्लान में इसे शामिल करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रोजेक्ट परी पब्लिक आर्ट ऑफ इंडिया। प्रोजेक्ट परी पब्लिक आर्ट को लोकप्रिय बनाने के लिए उभरते कलाकारों को एक मंच पर लाने का माध्यम बन रहा है। सड़कों किनारे, अंडरपास में बनी पेटिंग प्रोजेक्ट परी से जुड़े कलाकार बनाते हैं। इससे सार्वजनिक स्थलों की सुंदरता बढ़ती है। साथ ही कल्चर को पॉपूलर बनाती है। दिल्ली के भारत मंडपम में पब्लिक आर्ट बनी हैं। कला व संस्कृति प्रेमी पब्लिक आर्ट पर और काम करें। यह हमें अपनी जड़ों पर गर्व करने की सुखद अनुभूति देगा।
कल दुनियाभर में टाइगर डे मनेगा। भारत में टाइटर संस्कृति का हिस्सा रहा है। बाघों के संरक्षण के प्रयास हो रहे हैं। राजस्थान का कुल्हाड़ी बंद पंचायत अभियान में लोगों ने शपथ ली कि कुल्हाड़ी के साथ जंगल नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे। जंगल हरे भरे हो रहे हैं। महाराष्ट्र के बांध रिजर्व के पास बसे समुदाय ने इको टूरिज्म को अपनाया। आंध्र में चेंचू जनजाति टाइगर ट्रैकर्स के तौर पर वन्य जीवों के मूवमेंट की जानकारी जमा की है। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में चल रहा बाघ मित्र कार्यक्रम भी अनूठा है। इसमें लोगों को बाघ मित्र बनाया जा रहा। ये बाघ और इंसानों के बीच टकराव रोकते हैं। बाघों के संरक्षण में जन भागीदारी अहम है। बाघों की आबादी देश में बढ़ी है। यहां दुनियाभर के मुकाबले 70 फीसदी बाघ हैं। वन क्षेत्र भी बढ़ रहा।
लोगों ने एक पेड़ मां के नाम अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इंदौर में एक दिन में दो लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए। आप भी इस अभियान से जुड़ें। 15 अगस्त दूर नहीं है। इस बार हर घर तिरंगा अभियान के लिए सबका जोश हाई रहता है। लोग तिरंगा लगाकर उत्साहित होते हैं। कुछ लोग तिरंगा बांटते हैं। इस साल भी लोग तिरंगे के साथ सेल्फी अपलोड करें।