IG अमरेश मिश्रा के मुख्यातिथि में पांच दिवसीय नेफिस कार्यशाला का हुआ समापन, 188 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र हुआ वितरित
रायपुर। केन्द्र की महत्वाकांक्षी योजना नेफिस (नेशनल ऑटोमेटेड फिंगर प्रिंट सिस्टम) राज्य के समस्त जिलों में संचालित है जिसके द्वारा फिंगर प्रिंट का अपराधिक रिकार्ड राष्ट्रीय स्तर पर सर्च हेतु Digitizetion, Storing and Procesing किया जा रहा है। इस हेतु पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार रायपुर रेंज स्तरीय 05 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर में किया गया।
दिनॉक 27/05/2024 को रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा उद्घाटन किया गया और फिंगर प्रिंट के महत्व के बारे में बताया गया। दिनांक 27/05/2024 से 31/05/2024 तक विशेषज्ञों के द्वारा फिंगर प्रिंट की उत्पत्ति, इतिहास,संदेहियों, गिरफ्तार व्यक्तियों के फिंगर प्रिंट स्लिप तैयार करने का विधि, अज्ञात मृतक के फिंगर प्रिंट से पहचान स्थापित करना, केन्द्र की महत्वकॅाक्षी योजना नेफिस, घटनास्थल में प्राप्त Visible, Invisible, Chance Print को उभारना, कर सुरक्षित करना अलग-अलग सतहो पर विभिन्न पावडरों के सहायता से लिफ्टींग विधि के द्वारा फिंगर प्रिंट को उभारना, फिंगर प्रिंट के फोटो ग्राफी, घटनास्थल को सुरक्षित करने की विधि एवं कुटरचित दस्तावेजों पर पाये गये फिंगर प्रिंट का मिलान आदि के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।
05 दिवसीय प्रशिक्षण के समापन दिवस दिनांक 31/05/2024 को रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के द्वारा सभी प्रशिक्षणर्थियों के साथ वैज्ञानिक साक्ष्य के महत्व पर अपने विचार साझा किये।
फिंगर प्रिंट की महत्व एवं उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया गया। नेफिस का उपयोग कर कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इसके पश्चात सभी 188 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया तथा सभी प्रशिक्षकों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस 05 दिवसीय प्रषिक्षण के उद्घाटन एवं समापन के अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक दौलत राम पोर्ते और चंचल तिवारी, संचालक फिंगर प्रिंट ब्यूरों लिनुस किसपोट्टा, उप.पुलिस अधीक्षक निलेश द्विवेदी, रक्षित निरीक्षक वैभव मिश्रा, फिंगर एक्सपर्ट राकेश नरवरे, अजय कुमार साहू,एवं अंजली मिंज उपस्थित थे।