अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का गले लगा कर किया स्वागत: क्वाड समिट में पीएम मोदी ने कहा- क्वाड एक्टिव रहने के लिए बना है और यह किसी के खिलाफ नहीं है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि क्वाड एक नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का समर्थन करता है। उन्होंने आगे कहा कि क्वाड स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की वकालत करता है…

 

नईदिल्ली (ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे के पहले दिन शनिवार को राष्ट्रपति बाइडेन के होमटाउन डेलावेयर पहुंचे। यहां वे देर रात 1:30 बजे (भारतीय समयानुसार) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज और जापान के पीएम फूमियो किशिदा के साथ क्वाड (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) समिट में शामिल हुए। बैठक के बाद क्वाड लीडर्स के फोटोशूट में बाइडेन से अमेरिकी चुनाव के बाद संगठन के अस्तित्व को लेकर सवाल पूछा गया। इस पर बाइडेन ने पीएम मोदी के कंधे पर हाथ रखकर कहा कि क्वाड चुनाव के बाद भी बना रहेगा।

क्वाड समिट के बाद चारों नेताओं ने कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां पीएम मोदी ने इंडो-पैसेफिक देशों को 4 करोड़ वैक्सीन मुफ्त देने की घोषणा की। समिट से पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन से डेलावेयर स्थित आवास पर मुलाकात की। बाइडेन ने मोदी का गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद दोनों के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अमेरिका में क्वाड शिखर सम्मेलन की शुरुआत में चीन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि क्वाड एक्टिव रहने के लिए बना है और यह किसी के खिलाफ नहीं है। बिना नाम लिए चीन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि क्वाड के नेता नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और संप्रभुता के सम्मान में खड़े हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया में संघर्ष चल रहा है और क्वाड हर संघर्ष का शांतिपूर्ण सम्माधान चाहता है।

उन्होंने कहा, ‘क्वाड का साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर मिलकर काम करना पूरी मानवता के लिए महत्वपूर्ण है। हम किसी के खिलाफ नहीं है। हम सभी नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत हमारी साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है। हमने मिलकर स्वास्थ्य, सुरक्षा, उभरती टेक्नोलॉजी और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक और समावेशी पहल की है।’

उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा संदेश स्पष्ट है। क्वाड सहायता करने, साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है। मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडन और मेरे सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं। हमें 2025 में भारत में क्वाड लीडर्स समिट आयोजित करने में खुशी होगी।’ इस साल क्वाड नेताओं का शिखर सम्मेलन पहले भारत में होने वाला था। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन इस कार्यक्रम को अपने गृहनगर में आयोजित करने के इच्छुक थे। बाइडन के लिए यह शिखर सम्मेलन किसी विदाई की तरह है, क्योंकि उनके राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म हो रहा है।

हिंद महासागर में भारत की नेवी लगातार एक्टिव है। हूती विद्रोहियों से जहाजों की सुरक्षा से लेकर हाईजैक जहाजों को डाकुओं से छुड़ाकर भारत ने अपनी ताकत दिखाई है। क्वाड नेताओं ने हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की भूमिका की सराहना की। शनिवार को क्वाड देशों ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में इस क्षेत्र में भारत के नेतृत्व से बहुत कुछ सीखना बाकी है। तीनों नेताओं ने हिंद महासागर में भारत की भूमिका को मजबूत करने के लिए पीएम मोदी की तारीफ की।

जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के आयोजन में पीएम मोदी की पहल की सराहना की और इस प्रयास के लिए जापान का समर्थन बढ़ाया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने पीए मोदी के नेतृत्व में हिंद महासागर में प्रमुख शक्ति के रूप में भारत की भूमिका बताई। वही राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि अमेरिका दो हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के अनुभव और नेतृत्व से बहुत कुछ सीखना है।

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