30 साल से मैने भारत में नृत्य नहीं किया है और वह मौका आज यहां से शुरू हो रहा है : अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्रि

रायगढ़। दस दिनों तक चलने वाले चक्रधर समारोह के पांचवे दिन के कार्यक्रम में शामिल होनें फिल्म जगत की जानी मानी अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्रि आज रायगढ़ पहुंची। जहां कार्यक्रम से पहले उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए अब तक सफर के अलावा आज के दौर में शास्त्रीय संगीत को लेकर अपनी बात कही। मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि बहुत ही महत्वपूर्ण महोत्सव चक्रधर समारोह में मुझे निमंत्रण मिला है। तकरीबन 30 साल से मैने भारत में नृत्य नहीं किया है और वह मौका आज यहां से शुरू हो रहा है। गणेश जी की याद में मै यहां भरतनाट्यम में नृत्य की प्रस्तुती दूंगी। मै चार शास्त्रीय नृत्य शैली में मैने शिक्षा प्राप्त की है। जिसे मै परफार्म कर सकती हूं और लोगों को सिखा भी सकती हूं।

मीनाक्षी ने कहा कि भारत से माईगे्रड करने वाले लोगों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। माता, पिता, छोटे बच्चे, लड़के, लडकियां भी शास्त्रीय संगीत में दिलचस्पी रखते हैं। मैने तीन अलग शैलियों में नृत्य की शिक्षा दी है। छोटे से लेकर बड़े लोगों को कथक, भरतनाट्यम और ओडिसी इसके अलावा दो तीन अलग तरीके से नृत्य को आगे बढाया है।

मीनाक्षी शेषाद्रि ने कहा कि 1995 में अमेरिका में रहने वाले हर्ष से मेरी मुलाकात हुई और मुझे लगा यही मेरे लिये सही लाईफ पार्टनर है, उन्होंने मेरी रिक्वेट पर एक साल इंडिया में आकर अपने करियर को आगे बढ़ाने कोशिश की सिर्फ मेरी वजह से ताकि मै अपने रूट के साथ जुडी रहूं और यहां एक्टिंग, डांसिंग कर रही थी उसे मै न छोडूं, लेकिन एक साल के अंदर यहां का माहौल, करप्शन वो उसे झेल नही पाये और उसके बाद वे अमेरिका शिफ्ट हो गए और यहां भारतीय शास्त्रीय संस्कृति को आगे बढाउंगी टीचर बनूंगी। अमेरिका का सफर बहुत अच्छा है और अभी भी वहां उनका घर है।

मीनाक्षी ने कहा कि पूरे परिवार के सपोर्ट और मोटिवेशन के साथ वह इस उम्र में फिर से भारत आई हूं और इस इंटरटेरमेंट इंडस्टीज में फिर से जागरूक होकर कुछ करके दिखाउं। अच्छी-अच्छी अनाउसमेंट आने वाली है उसके बारे में अभी कुछ नही कहना चाहती हूं। बेहतर यही होगा कि प्रोडुशर की तरफ से यह घोषणा हो।

उन्होंने कहा कि फिल्म दामिनी में मेरा मेन पात्र था वो एक ऐसी औरत का था जो किसी के साथ नाइंसाफी हुई थी उसके लिये वह अपने परिवार को छोडकर लडी। कई लोगों को लगता है मीनाक्षी ही दामिनी है और दामिनी ही मीनाक्षी है। कोलकाता में जो हुआ वह बहुत ही गलत हुआ, हर तरीके से गलत हुआ। मेरा यह कहना है कि हे भगवान इस दुनिया में देर है या ये अंधेर लगातार रहेगा।

पहले की फिल्म और आज की फिल्म के बारे में उन्होंने कहा कि इनमें कोई फर्क नही है पहले की फिल्म की तरह आज की फिल्म है लोगों को रिझाने के लिये, पैसे बनाने के लिये, खुद को मीडिया में रखने के लिये, टेक्नालॉजी बदल गया है, स्टोरी आईडिया बदल चुका है।

मीनाक्षी शेषाद्रि ने कहा कि महाराजा चक्रधर सिंह ने कथक में महारत हासिल की थी इसकी जानकारी मुझे मिली है। मै बहुत खुश हूं कि क्लासिकल डांस को यहां इतने अच्छे तरीके से पेश किया जा रहा है। मै बहुत उत्सुक हूं कि मेरी ऑडियंस कैसे होगी किस तरह की होगी। 39 सालों से लगातार यहां आयोजन होते रहा है और यहां के लोग भरतनाट्यम से भी अच्छे से परिचित होंगे।

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