बच्चों के नैसर्गिंक प्रतिभाओं को पालकों को पहचानना आवश्यक, बच्चों से मित्रवत रखें व्यवहार: कलेक्टर डाॅ.गौरव सिंह
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर शासकीय स्कूलों में मेगा पैरेट्स-टीचर मीट प्रारंभ किए गए है। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने मौदहापारा स्थित शहीद स्मारक उच्चर माध्यमिक स्कूल के पैरेट्स-टीचर मीट में शामिल हुए। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने पालकों से संवाद किया और उनकी समस्याओं का समाधान करते हुए अपने अनुभव भी साझा किए।
कलेक्टर डाॅ. सिंह ने कहा कि निजी स्कूलों की तर्ज पर जिले के शासकीय स्कूलों में मेगा पैरेट्स-टीचर मीट की शुरूआत की गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर पढ़ाई के स्तर को बेहतर करने के लिए नई शुरूआत है। इस मीटिंग के जरिए स्कूल के विकास में पालकों के सुझाव पर चर्चा होगी और इससे बच्चों की समस्या भी दूर करने में यह बैठक महत्वपूर्ण होगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी पालकों से शासकीय स्कूलों में बातचीत की। ऐसे कार्य संवेदनशील मुख्यमंत्री ही कर सकते है। इस मीटिंग के माध्यम से पालकों के अनुभव साझा होते है और स्कूल की गुणवत्ता, सुगमता और बच्चों के भविष्य को संवारने में मदद मिलती है।
डाॅ. सिंह ने कहा कि बच्चे अपनी प्रतिभा को लेकर पैदा होते है और उनकी नैसर्गिंक प्रतिभा को पहचानना भी आवश्यक है। बच्चों के साथ मित्रता होनी भी जरूरी है, ताकि वह हर बातों को साझा कर सकें। डाॅ. सिंह ने कहा कि बच्चों की इच्छा जानने जरूरी है, इसके बाद ही बेहतर भविष्य का निर्माण किया जाए। शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की प्रतिभाओं में भी कोई कमी नहीं है। शासकीय स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है।
इस कार्यक्रम में कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने पैरेट्स बच्चों को लेकर सवाल किए। इस पर कलेक्टर ने गंभीरता से जवाब दिए। साथ ही पैरेट्स ने स्कूल व पढ़ाई की प्रसंशा की। इस अवसर पर कलेक्टर ने अपने पुराने अनुभव भी पैरेट्स मीटिंग में साझा किए। इस कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल, स्कूल प्राचार्य, शिक्षक, बड़ी समय में पालकगण, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।