जिला स्तर के अधिकारी ग्राम पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत, पी.डी.एस., विद्यालय एवं स्वास्थ्य केन्द्रों की गतिविधियों का शीघ्र करें अवलोकन- कलेक्टर
दुर्ग। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक में समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा के साथ विभागीय कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने धान खरीदी हेतु गिरदावरी सत्यापन की जानकारी ली।कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में जिले में संचालित योजनाओं और सरकारी कार्यालयों की गतिविधियों की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तर पर अधिकारियों की विशेष भूमिका तय की गई है। इस पहल के तहत, जिला स्तर के अधिकारियों को ग्राम पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत, पी.डी.एस., विद्यालय एवं स्वास्थ्य केन्द्रों की गतिविधियों का अवलोकन करना होता है। इस प्रक्रिया में अधिकारी एक विशेष एप्लिकेशन के माध्यम से सभी जरूरी जानकारियां प्रस्तुत करते हैं, जिससे योजनाओं और कार्यक्रमों की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। इस संबंध में कलेक्टर ने सत्यापन कार्य के लिए जिन अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें 30 नवम्बर से पहले सत्यापन कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सुश्री चौधरी ने धान खरीदी में अनियमितता पाये जाने पर प्रकरण अनिवार्य रूप से तैयार कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। साथ ही खाद्य अधिकारी से खरीफ विपणन 2024-25 में धान उर्पाजन केन्द्रों में बफर लिमिट निर्धारण के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने विभागों में लंबित पेंशन प्रकरण को शीघ्र पूर्ण करने को कहा।
कलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान पशु संगणना की भी जानकारी ली। जिले में ऑयल पाम की खेती को बढ़ावा देने उद्यानिकी विभाग को मिले लक्ष्य पूर्ति हेतु उप संचालक कृषि को कृषकों को ऑयल पाम की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड की अद्यतन प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए सभी नगरीय निकायों, जनपद एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुनः डोर-टू-डोर अभियान चलाकर परिवार के सभी सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए। साथ ही वृद्धावस्थ्या पेंशन के सभी हितग्राहियों का भी आयुष्मान कार्ड बनाना सुनिश्चित किया जाए। इसी प्रकार सेवानिवृत्ति पश्चात् लंबित पेंशन प्रकरण के निराकरण पर भी अधिकारी विशेष ध्यान देवे।
कलेक्टर ने स्कूल जतन योजना व समग्र शिक्षा के तहत प्रगतिरत निर्माण कार्यो को पूर्ण गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। स्कूल जतन योजना के अंतर्गत निर्माण एजेंसी द्वारा जीर्णोद्धार स्कूल व शौचालय का मूल्यांकन कर रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को भेजना सुनिश्चित करते हुए 30 नवम्बर से पहले स्कूल शौचालयों की मरम्मत पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्रों में केन्द्र के खुलने का निर्धारित समय चस्पा करने को कहा, ताकि आम जनता को परेशानी न हो। कलेक्टर सुश्री चौधरी ने विभागवार समय-सीमा के लंबित प्रकरण, मुख्यमंत्री जनदर्शन, कलेक्टर जनदर्शन, जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के वेब एवं पोस्ट द्वारा प्राप्त शिकायत, सारथी-ई पोर्टल और पीजी पोर्टल के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। साथ ही शीघ्र प्रकरण निराकृत करने के निर्देश दिए।
बैठक में एडीएम अरविन्द एक्का, सहायक कलेक्टर एम. भार्गव, नगर निगम भिलाई आयुक्त राजीव पाण्डेय, नगर निगम दुर्ग के आयुक्त सुमित अग्रवाल, नगर निगम रिसाली की आयुक्त मोनिका वर्मा, एसडीएम दुर्ग एच.एस. मिरी, एसडीएम पाटन लवकेश ध्रुव, एसडीएम भिलाई-3 महेश राजपूत, संयुक्त कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह सहित समस्त विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।