कांग्रेस के मॉडल में परिवार को प्राथमिकता देना चिंता का विषय है: पीएम मोदी
राज्यसभा में PM मोदी ने कहा कि स्टार्टअप के रिवॉल्यूशन को दुनिया ने देखा है. ये स्टार्टअप चलाने वाले ज्यादातर मध्यम वर्ग के नौजवान हैं. हमने शिक्षा नीति में बदलाव लाकर मातृ भाषा में शिक्षा पर बल दिया है. हमने बेटियों के लिए भी सैनिक स्कूल के दरवाजे खोल दिए…
नईदिल्ली (ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. पीएम मोदी ने कहा कि “राष्ट्रपति का भाषण प्रेरणादायक और प्रभावी था तथा उन्होंने हम सभी को आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाया।
बताते चलें कि इससे पहले अमेरिका से प्रवासी भारतीयों को निर्वासित किए जाने के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में जवाब दिया. गुरुवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे पर राज्यसभा में जमकर हंगामा किया था जिसकी वजह से उच्च सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी. इस वजह से सदन में शून्यकाल नहीं हो सका था।
दोपहर 12 बजे कार्यवाही आरंभ होते ही सदस्यों ने फिर से हंगामा आरंभ कर दिया था. इस पर, सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि नियम 267 के तहत एक मुद्दा उठाया गया और कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी ने उनसे कक्ष में मुलाकात भी की थी।
राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने विचार व्यक्त किए… पीएम ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण प्रेरणादायक और प्रभावी था तथा उसने हम सभी को आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाया।
आदरणीय राष्ट्रपति जी ने भारत की उपलब्धियों के बारे में, दुनिया की भारत से अपेक्षाओं के बारे में और भारत के सामान्य मानवी का आत्मविश्वास, विकसित भारत का संकल्प जैसे सभी विषयों की विस्तार से चर्चा की थी. देश को आगे की दिशा भी उन्होंने दिखाई है. आदरणीय राष्ट्रपति जी का भाषण प्रेरक भी था, प्रभावी भी था और हम सब के लिए भविष्य का मार्गदर्शक भी था।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर यहां बहुत कुछ कहा गया. ये हम सब का दायित्व है. इसीलिए देश ने हम सब को यहां बैठने का अवसर दिया है. जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे सबका साथ सबका विकास के संबंध में कुछ अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती है. ये उनकी सोच के बाहर है. उनके रोडमैप में सही नहीं बैठता. इतना बड़ा दल एक परिवार को समर्पित हो गया है, उनके लिए सबका साथ, सबका विकास संभव ही नहीं है।
कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के मॉडल में परिवार को प्राथमिकता देना चिंता का विषय है. इसलिए उनकी नीतियां, कामकाज, भाषण – सभी इसी को सुनिश्चित करने पर केंद्रित रहे हैं. मैं देश के प्रति आभारी हूं कि उन्होंने हमें तीसरी बार सेवा करने के लिए चुना. भारत के लोगों ने हमारी प्रगति की नीति को परखा है और हमें अपने वादों को पूरा करते हुए देखा है. हमने लगातार ‘राष्ट्र प्रथम’ के आदर्श के साथ काम किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति का मंत्र हमेशा दूसरे की लकीर छोटी करना रहा. इसके कारण उन्होंने सरकारों को अस्थिर किया. किसी भी राजनीतिक दल की सरकार कहीं बनी तो उसे अस्थिर कर दिया. उन्होंने जो ये रास्ता चुना है. उसके चलते लोकसभा चुनाव के बाद उनके साथ जो थे, वे भी भाग रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि सभापति जी, खरगे जी आपके सामने बढ़िया-बढ़िया शेर सुनाते रहते हैं. उनका शौक है शेर सुनाने का. सभापति जी आप भी बहुत मजा लेते हैं. एक शेर मैंने भी कहीं पढ़ा था. ‘तमाशा करने वालों को क्या खबर, हमने कितने तूफानों को पार कर दीया जलाया है. खरगे जी की मैं सम्मान करता हूं. शरद पवार हों, खरगे जी, देवगौड़ा जी बैठे हैं, उनकी यह असामान्य सिद्धियां हैं. ऐसा है खरगे जी आपको अपने घर में तो यह बातें सुनने को नहीं मिलेंगी मैं ही बता देता हूं. खरगे जी कविताएं पढ़ रहे थे. लेकिन जो बातें बता रहे थे और आपने सही पकड़ा था कि बताओ तो सही कि यह कविता है कब की. सभापति जी उनको पता था यह कविता कब की है. भीतर कांग्रेस की दुर्दशा का इतना दर्द पड़ा है, लेकिन वहां हालत यह है कि बोल नहीं सकते, तो उन्होंने सोचा कि यह अच्छा मंच है, यहीं बोल दें. इसलिए उन्होंने नीरज की कविता से अपनी घर की हालत यहां बताई।
पीएम मोदी ने कहा कि किशोर कुमार जी ने कांग्रेस के लिए गाना गाने से मना किया. इस एक गुनाह के लिए आकाशवाणी पर किशोर कुमार के सभी गानों को प्रतिबंधित कर दिया गया. आपातकाल में जॉर्ज फर्नांडिस समेत देश के अनेक महानुभावों को हथकड़ियां पहनाई गई थी, जंजीरों से बांधा गया था. संसद के सदस्य, देश के गणमान्य नेताओं को हथकड़ियों और जंजीरों से बांधा गया था।
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कालखंड में अटकाना-भटकाना और लटकाना उनकी संस्कृति बन गई थी. कांग्रेस के इस कल्चर से मुक्ति पाने के लिए हमने प्रगति नाम की व्यवस्था बनाई और मैं स्वयं नियमित रूप से इस प्रगति प्लेटफॉर्म के माध्यम से इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की विस्तार से मॉनिटरिंग करता हूं।



