कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने शत् प्रतिशत् विद्यार्थी वाले विद्यालयों को विनोबा एप के माध्यम से सम्मानित करने के दिए निर्देश

दुर्ग। भारत सरकार सहकारिता मंत्रालय नई दिल्ली के दिशा निर्देश अनुसार प्रदेश में सहकारी आंदोलन को मजबूती प्रदान करने एवं उसकी जमीनी स्तर पर पहुंच के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा गठित जिला सहकारी विकास समिति की बैठक आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिला सहकारी विकास समिति की अध्यक्ष एवं कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में एजेण्डावार विषयों पर चर्चा की गई।

कलेक्टर सुश्री चौधरी ने जिले की समस्त ग्राम पंचायतों को प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति या प्राथमिक दुग्ध और मत्स्य सहकारी समितियों से आच्छादित करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया। इसी प्रकार समस्त पैक्स को कॉमन सर्विस सेंटर एवं ई-डिस्ट्रीक्ट के रूप में आई.डी. जेनरेट करने और राष्ट्रीय बीज सहकारी समिति, जैविक सहकारी समिति एवं निर्यात सहकारी समितियों में समस्त सेवा सहकारी समितियों में शतप्रतिशत सदस्य बनाने हेतु जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक को निर्देशित किया गया।

बैठक में एडीएम अरविन्द एक्का, जिला पंचायत के सीईओ अश्वनी देवांगन, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं अवधेश मिश्रा, उप संचालक पशुपालन डॉ. सुधीर प्रताप सिंह, उप संचालक मत्स्य सीमा चन्द्रवंशी, उप संचालक कृषि संदीप भोई, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के सीईओ श्रीकांत चन्द्राकर, ईडीएम श्रुति अग्रवाल और नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अंशु गोयल उपस्थित रहे।

जिला स्तरीय मूलभूत एवं संख्यात्मक विकास परियोजना प्रबंधन इकाई की बैठक संपन्न: बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान पर जिला स्तरीय मूलभूत एवं संख्यात्मक विकास परियोजना प्रबंधन इकाई की बैठक कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित की गई। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा दुर्ग द्वारा निर्धारित विभिन्न छह एजेंडांे पर चर्चा उपरान्त जिले में एफएलएन पर वास्तविक प्रगति की समीक्षा की गई।

कलेक्टर सुश्री चौधरी ने अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के चिन्हांकित महिलाओं के साथ युवोदय के स्वयं सेवकों को जोड़ने के निर्देश दिये। उन्हांेने कहा कि इनके द्वारा बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के साथ-साथ ड्रॉप आउट को कम करने में मदद मिलेगी। शत् प्रतिशत् विद्यार्थी वाले विद्यालयों को विनोबा एप के माध्यम से सम्मानित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि स्मार्ट माताओं की मदद से विद्यालयों में कहानी लेखन को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि अभ्यास पुस्तिका एवं शिक्षक संदर्शिता में विद्यार्थियों की ट्रेकिंग की जानकारी प्रति सप्ताह सीएसी द्वारा प्राप्त कर इसकी समीक्षा की जाए। इसी प्रकार एफएलएन पर वास्तविक प्रगति की संख्यामक जानकारी जून-जुलाई एवं अगस्त माह का प्रस्तुत किया जाए।

विद्यार्थियों में प्रिंट रिच वातावरण की वास्तविक रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाए। नगर निगम की मदद से विद्यालयों में पुस्तकालय स्थापना की पहल हो। कलेक्टर ने कहा कि संकुल अकादमी समवन्यक कक्षा अवलोकन कर वास्तविक स्थिति की समीक्षा करें। उन्होंने विद्यालय में पदस्थ शिक्षकों के माध्यम से सीडब्ल्यूएसएन बच्चों का चिन्हांकन शीघ्र करने के निर्देश दिये।

बैठक में जिला पंचायत के सीईओ अश्वनी देवांगन, आयुक्त नगर निगम दुर्ग लोकेश चन्द्रकार, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग हेमंत कुमार सिन्हा, महिला एवं बाल विकस विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अजय शर्मा, सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी, सहायक संचालक शिक्षा सीमा नायक, डाईट के प्राचार्या मधुलिका तिवारी, जिला मिशन समन्वयक सुरेन्द्र पाण्डेय, सहायक कार्यक्रम समन्वयक विवेक शर्मा, मिलिंद चन्द्रा, अर्शिया इकबाल, श्रीरामरतन मीणा, रीता अग्रवाल एवं युवोदय के शशांक शर्मा उपस्थित थे।

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