ओडिशा पर्व में बोले पीएम मोदी- आज ओडिशा के पास अपना विजन भी है और रोड मैप भी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा पर्व में शिरकत की और राज्य के विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ओडिशा को केंद्र से तीन गुना ज़्यादा बजट मिल रहा है और राज्य में निवेश को बढ़ावा दिया जा रहा है। पीएम मोदी ने ओडिशा की समृद्ध संस्कृति और विरासत की प्रशंसा की…
नईदिल्ली (ए)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को ओडिशा पर्व समारोह में पहुंचे। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण के लिए हजारों करोड़ रुपये की योजनाएं शुरू हुई हैं। ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा में ही नहीं, पूरे देश के आदिवासियों का हित कर रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशा वासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य, शिक्षा के कामों में तेजी लाई गई है।’
उन्होंने कहा कि 10 साल पहले केंद्र सरकार, ओडिशा को जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को उससे तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं। हमारी सरकार ओडिशा में ‘व्यापार करने में आसानी’ को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष, उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है।
पीएम ने कहा, ‘ओडिशा में नई सरकार बनते ही पहले 100 दिनों के भीतर ही 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विजन भी है और रोड मैप भी है। आज के आधुनिक युग में आधुनिक बदलावों को हमें आत्मसात भी करना है और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व इसका एक माध्यम बन सकता है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज ओडिशा के साथ देश में भी ऐसी सरकार है, जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। पिछले साल भारत में आयोजित हुए G20 सम्मेलन के दौरान हमने इतने सारे राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने सूर्य मंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था।